अयोध्या न्यूज डेस्क: महिला अस्पताल में तैनात एक चिकित्सक ने आशा कार्यकर्ता और गर्भवती महिला के साथ अभद्र व्यवहार किया। गर्भवती को भर्ती कराने के बाद आशा महिला उसे सर्जरी के लिए आपरेशन थिएटर ले गई, लेकिन चिकित्सक ने बीमार होने का हवाला देकर सर्जरी से मना कर दिया। आयुष्मान कार्ड की लाभार्थी होने के बावजूद चिकित्सक ने आपरेशन में देरी की।
इस पर नाराज आशाओं ने चिकित्सक द्वारा अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगाया। कहा गया कि चिकित्सक ने कहा, “लाली लिपस्टिक लगा खड़ी हो गई हो, रात में जच्चा-बच्चा को समस्या हुई तो नहीं दिखोगी।” इसके बाद आशाओं ने अस्पताल गेट पर जमकर नारेबाजी कर कार्रवाई की मांग की।
प्रदर्शन कर रही आशाओं में रेखा यादव ने बताया कि मिर्जापुर निवासी गर्भवती करिश्मा सिंह चार दिन पहले प्रसव के लिए भर्ती हुई थीं, लेकिन प्रसव पीड़ा न होने पर घर भेज दी गई थी। दोबारा भर्ती कराने पर चिकित्सक ने सर्दी-खांसी का हवाला देकर सर्जरी से रोक दिया और फाइल पर जिम्मेदारी लिखवाने को कहा।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विभा कुमारी ने कहा कि अस्पताल के काम से मुख्यालय आई हूं और मुझे मामले की जानकारी नहीं थी। शाम तक अस्पताल पहुंचकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र लिखा जाएगा।